स्तनपान – Breast Feeding

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स्तनपान – Breast Feeding

स्तनपान (Breast Feeding)

माँ का दुध बच्चे के लिये पहले 4-6 महिने के लिये सबसे पौष्टिक आहार होता है। अतः हर माँ को अपने बच्चे को स्तनपान जरूर कराना चाहिये। पौष्ब्कि आहार के साथ-साथ यह माँ से आन्तरिक सम्बन्ध बनाने व स्तन कैंसर से भी रोकता है।
पहले दो तीन दिन माँ के स्तन से पीले रंग का तरल पदार्थ निकलना है जिसे कोल्मेस्ट्रम (colostrum) कहते है, उसे बच्चे को जरूर देना चाहिये क्योकि यह बहुत पौष्टिक होने के साथ-साथ बहुत सारी बिमारीयों से बचाता है।
माँ को दुध जल्दी उतरे इसके लिये जितना जल्दी हो सके बच्चे को दुध पिलाना शुरू करना चाहिए। बच्चा जितना माँ का स्तन चुसता है उतनी जल्दी दुध उतरता है। अतः प्रसव के तुरन्त बाद बच्चे को माँ के स्तन से लगाना चाहिए। यदि बच्चा आॅपरेषन से हुआ है तो माँ को जैसे ही थोड़ा ठीक लगता है, दुध पिलाने की कोषिष करनी चाहिए।
शुरू के 2-3 दिन जब तक माँ को अच्छी तरह से दुध नही आने लगता उपर का दुध देना पड़ सकता है। उसके बाद 4-6 महिने तक बच्चे को माँ के दुध के अलावा कुछ नही देना चाहिए।
यदि माँ को लगता है कि दुध कम आ रहा है व बच्चे का पेट नही भर रहा है तो तुरन्त ही डाॅक्टर की सलाह लेनी चाहिए।