गर्भावस्था में पौष्टिक आहार
गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिला पहले तीन महिनों में घबराहट व उल्टियों के कारण ठीक से एक बार में खाना नही खा पाती है अतः उन्है थोड़ा-थोड़ा बार-बार खाना चाहिए। पानी की मात्रा बराबर रखने के लिए, पानी, नारियल पानी व ताजे फलों का रस व दुध ले सकते है। इन तीन महिनों में बच्चे का विकास बहुत कम होता है अतः गर्भवती महिला को उतनी ही केलोरीस की आवश्यकता होती है जितनी की सामान्य महिला को (1800 केलोरी प्रतिदिन)।
बच्चे का सर्वाधिक विकास आखिर के ३-4 महिनों में होता है । इस समय गर्भवती महिला को पौष्टिक व सन्तुलित आहार की आवश्यकता होती है। इस समय सामान्य से 400 केलोरी अधिक की आवश्यकता होती है। एक सामान्य गर्भवती महिला को किस तरह का आहार लेना चाहिए। इसका चार्ट नीचे दिया गया है।
समय (Time) |
खाना / मात्रा (Food / Quantity) |
सुबह (Early Morning) | 2 गिलास गुनगुना पानी |
07:00 am | 4 बादाम + 2 अखरोट |
07:30 am | 1 कप चाय (आधा चम्मच शक्कर बिना मलाई दूध)
+ 2 मारी गोल्ड बिस्किटस / थ्रेप्टिने बिस्किटस या 1 कप दूध (आधा चम्मच शक्कर बिना मलाई) |
नाश्ता (Breakfast)
08:00 to 09:00 am |
1 कटोरी उपमा / पोहा / दलिया (सेव, नमकीन नहीं)
या 2 स्लाइस गेहू ब्रेड + सब्जी या 2 उबले हुए अंडे / आमलेट या 3 चम्मच ओट्स / दलिया + दूध या अंकुरित 1 कटोरी + अंजीर / खजूर
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मध्य सुबह (Mid-Morning)
11:00 am |
1 फल |
लंच (Lunch)
01:00 to 02:00 pm |
2 पतली चपाती / फुल्का ( बिना घी )
1 कटोरी चावल / थुली 1 कटोरी दाल / पनीर, 1 कटोरी हरी सब्जी 1 कटोरी दही + सलाद (नमक / शक्कर नहीं ) |
शाम नाश्ता (Evening Snack)
04:00 to 05:00 pm |
चाय – 1 कप (आधा चम्मच शक्कर / बिना मलाई)
1 मुट्ठी परमल + भुने सिके चने या आधा अनार या आधा मुट्ठी मूंगफली या गुड़ की चक्की |
रात्रि भोजन (Dinner)
07:00 to 08:00 pm |
दोपहर के समय (रात में दही एवं चावल नहीं खाये) |
रात्रि भोजन के बाद ( post dinner)
10:00 pm |
दूध – गिलास (बिना शक्कर) + अंजीर |
गर्भावस्था में दिए गए निर्देश :
- तेल की मात्रा पूरे दिन में 4.5 छोटे चम्मच।
- प्रत्येक खाने में 2.3 घंटे का अंतराल रखें।
- मैदे से बनी वस्तुओ का उपयोग न करें। (समोसा, कचोरी, नमकीन, चिप्स, पकौड़े, बैकरी के पदार्थ, आदि)
- घर का बना नॉन-वेज, 2 piece ले सकते है।
- शरबत ए मिठाईयाँ, मीठा, कोल्ड.ड्रिंक्स नही ले।
- पुरे दिन में 2 फल अवश्य खांए।
- दूध या दूध से बनी वस्तुएँ (पनीर, दही, बटर) लें।
- खाने के तुरन्त बाद सोना नही है। रात के खाने व सोने में 3 घण्टे का अन्तर होना चाहिए।
- डॉक्टर की सलाह अनुसार व्यायाम अवश्य करें।
- डायफ्रुट्स जो ले सकते है – बादाम, अखरोट, अंजीर, खजूर, मुनक्का।
यदि गर्भवती महिला का वजन सामान्य से ज्यादा है, डायबिटीज या ब्लडप्रेशर बढ़ा हुआ है या गर्भ में जुड़वाँ बच्चे है, के लिए डाइट चार्ट सामान्य से अलग होगा। उसके लिए डाइटिशियन से सलाह ली जा सकती है। और अधिक जानकारी के लिए इंदौर की गयनेकोलॉजिस्ट से सलाह ले|