प्रसव के आखिरी महीने की समस्याएं एवं निदान

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प्रसव के आखिरी महीने की समस्याएं एवं निदान

गर्भावस्था के आखिरी महीनो की समस्याए एवं निदान:-

1. ऐसिडीटी व पेट मे जलन-

वैसे तो आजकल की जीवन शैली में यह समस्या गर्भवती महिलाओं में आम बात है व किसी भी समय हो सकती है पर आखिरी महिनों में यह समस्या, पेट के बढ़ जाने से व खाने की थैली के उपर की तरफ दबने से बहुत बढ़ जाती है। इसके लिये आप मिर्च, मसाला, तेल, तला व कॉफी या चाय से बचें साथ ही थोड़ा थोड़ा बार-बार खायें।

2. कमर दर्द –

पेट के बहुत बढ़ जाने से रीड़ की हड्डी की वक्रता में गड़बड़ी के कारण कमर में दर्द आम बात है। इसके लिये रोज घुमना व कमर का व्यायाम बहुत मददगार होता है।

3. नींद न आना –

गर्भावस्था में यह किसी भी महिने में हो सकता है। इसके बचने के लिये खाना जल्दी खायें, सामान्य भोजन करें, रात को थोड़ा टहले, हल्की फुल्की कसरत भी इसमें मददगार होती है।

4. स्ट्रेच मार्क्स –

इसके लिए हर महिला बहुत चिन्तित होती है। सामान्यतः ये 5वे या 6वे महिने से शुरू होते है। यह बच्चे के विकास के कारण पेट की त्वचा में खिंचवा के कारण अन्दर के तन्तु फटने से होते है। स्ट्रेच मार्क्स कम हो या ना हो इसके लिये नारियल का तेल या एलोवेरा क्रीम से पेट, स्तन व जांघो की धीरे-धीरे 10-15 मिनिट तक सुबह शाम मालीष करना चाहिए।

5. पिण्डलीयों मे दर्द व ऐठन –

ये अधिकतर आखिरी महिनों में व रात में होते है। इसके लिये रोज घूमना, व्यायाम करना चाहिए व साथ ही कैल्शियम व विटामिन-डी लेना चाहिये।

6. पाईल्स से खून गिरना-

कब्ज व पेट के बढ़ जाने से, गुदा में पाईल्स हो जाने से, पोटी जाते समय खून जाने लगता है। इसके लिये पानी और ज्यादा पीये फाईबर युक्त खाना खायें। ज्यादा तकलीफ हो तो चिकित्सक की सलाह ले।

7. सफेद पानी जाना-

गर्भावस्था में सामान्यतः सफेद पानी की मात्रा बढ़ जाती है, पर यदि साथ में खुजली हो या बदबुदार हो तो इसका इलाज अपने चिकित्सक से करवाना चाहिए।

8. पैरो में सूजन आना-

आखिरी महीनो में पैरो पर सूजन आना सामान्य बात हैं। इसके लिए लेटते समय पैरो की ऐड़ियो को तकियो पर रख सकते है। जब ज्यादा देर बैठना हो तो पाँवों को एक स्टूल पर रख सकते है।
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